ट्रांसपोर्टर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक परिवहन आयुक्त उत्तर प्रदेश बृजेश नारायण सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।

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लखनऊ में बस ऑपरेटर्स की बैठक सम्पन्न – सड़क सुरक्षा, परमिट उल्लंघन, ओवरलोडिंग और फिटनेस पर परिवहन आयुक्त ने दिया सख्त संदेश

दिनांक 27 जून, 2025 को लखनऊ में बस ऑपरेटरों एवं ट्रांसपोर्टर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक परिवहन आयुक्त उत्तर प्रदेश बृजेश नारायण सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में अपर परिवहन आयुक्त (राजस्व)  ए.के. विश्वकर्मा, अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) संजय सिंह, अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) मयंक ज्योति, सचिव राज्य परिवहन प्राधिकरण  सगीर अहमद अंसारी, उप परिवहन आयुक्त लखनऊ परिक्षेत्र  राधेश्याम तथा सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) लखनऊ  प्रभात पाण्डेय की उपस्थिति रही।
ट्रांसपोर्टर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक परिवहन आयुक्त उत्तर प्रदेश बृजेश नारायण सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।


बैठक का उद्देश्य लखनऊ सहित प्रदेश में हाल की बस दुर्घटनाओं, परमिट उल्लंघन और सड़क सुरक्षा संबंधी विषयों पर ट्रांसपोर्ट यूनियन को जागरूक करना और सरकार की योजनाओं से अवगत कराना था।

बैठक में स्पष्ट रूप से अवगत कराया गया कि माननीय मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु और घायलों की संख्या में 50% की कमी लाने का स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी क्रम में विभाग द्वारा लगातार प्रवर्तन एवं सुधार के प्रयास किये जा रहे हैं। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन को यह भी अवगत कराया गया कि हाल की कई दुर्घटनाओं में मुख्य कारण ड्राइवर की थकान, गाड़ियों की ओवरस्पीडिंग, फिटनेस समाप्त होना और नियमों की अनदेखी रहा है।
ट्रांसपोर्टर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक परिवहन आयुक्त उत्तर प्रदेश बृजेश नारायण सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।


मुख्य बिंदु जिस पर विशेष बल दिया गया:
 1. ओवरलोडिंग और चालान का बोझ:
कई वाहनों पर दर्जनों चालान लम्बित हैं, जिससे दुर्घटना के समय स्थिति और गंभीर हो जाती है। वाहन स्वामियों से अनुरोध किया गया कि वे समय से चालान का निस्तारण कराएं।
 2. स्कूली वाहनों की सुरक्षा:
स्कूली बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है। ऐसे वाहन जिनकी फिटनेस समाप्त हो चुकी है, उन्हें हरगिज़ संचालन में न लाया जाए। इस पर प्रवर्तन दल द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
 3. परमिट शर्तों का उल्लंघन – जगह-जगह सवारी बैठाना:
यह बताया गया कि कांट्रैक्ट कैरेज परमिट वाले वाहन यदि स्टेज कैरेज की तरह हर स्थान पर सवारी बिठाते हैं, तो यह न केवल अवैध है बल्कि दुर्घटना की संभावना को बढ़ाता है। ऐसे वाहनों पर परमिट निलंबन/निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।

नवीन प्रयासों की जानकारी:
 (A) यह जानकारी दी गई कि सरकार द्वारा निजी बस अड्डों के निर्माण हेतु नीति बनाई गई है जिससे बसों का अनावश्यक सड़क किनारे खड़ा होना समाप्त हो सके और दुर्घटनाएं रोकी जा सकें।
 (B) लम्बी दूरी की बसों में अनिवार्य रूप से दो चालकों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
 (C) ड्राइवर प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम के लिए विभाग द्वारा विशेष योजना पर कार्य किया जा रहा है।

परिवहन आयुक्त ने ट्रांसपोर्ट प्रतिनिधियों से स्पष्ट अपेक्षा की कि वे एक पेशेवर परिवहन प्रणाली की दिशा में सहयोग करें और नियमों के पालन को अपनी कार्यसंस्कृति का हिस्सा बनाएं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि विभाग जनता और परिवहनकर्ताओं के प्रति पेशेवर, पारदर्शी एवं समस्या-निवारणात्मक दृष्टिकोण अपनाएगा, बशर्ते वाहन स्वामी और चालकगण भी उत्तरदायित्वपूर्ण भूमिका निभाएं।

परिवहन विभाग उत्तर प्रदेश – सुरक्षित परिवहन, जिम्मेदार व्यवस्था

(परिवहन आयुक्त कार्यालय, लखनऊ)

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